उत्तर प्रदेश के अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि पर भव्य श्री राम मंदिर (Ram Mandir in Ayodhya) का निर्माण काफी तेजी से हो रहा है. जानकारी के मुताबिक, राम मंदिर निर्माण लगभग पूरा हो चुका है निर्माण कार्य के पहले चरण (Ram Mandir Construction 1st Phase) के पूरा होने के बाद 22 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री मोदी इसकी प्राण-प्रतिष्ठा (Shree Ram Pran Pratishtha) करेंगे. इस दिन भगवान श्री राम को मुख्य गर्भगृह में स्थापित किया जाएगा.
अयोध्या राम मंदिर स्थिति :
2019 में सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले के बाद अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण शुरू हुआ।
उसके बाद 5 अगस्त 2020 को भूमिपूजन और शिलान्यास किया गया और ईंटों पर जय श्री राम अंकित कर निर्माण कार्य शुरू किया गया।
लगभग 3 साल पूरे हो चुके हैं और श्री राम मंदिर अयोध्या का निर्माण चल रहा है और अब तक केवल चरण 1 ही पूरा हुआ है।
एक बार निर्माण पूरा होने के बाद, मंदिर आम जनता के लिए खुला रहेगा और उद्घाटन श्री पीएम मोदी द्वारा किया जाएगा।
अयोध्या में भगवान राम का मंदिर 2.7 एकड़ ज़मीन में बन रहा है. मंदिर का पूरा परिसर लगभग 70 एकड़ ज़मीन में तैयार हो रहा है. इस परिसर में इतनी जगह होगी कि लाखों भक्त एकसाथ मंदिर में भगवान राम के दर्शन कर सकेंगे. मंदिर 235 फ़ीट चौड़ा, 360 फ़ीट लंबा और 161 फ़ीट ऊंचा होगा.
राम मंदिर अयोध्या बजट 2024 :
विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राम मंदिर निर्माण के लिए चंदा इकट्ठा करना शुरू कर दिया।
मंदिर निर्माण में योगदान के तौर पर देशभर के नागरिकों द्वारा 10 रुपये से लेकर लाखों रुपये तक का दान दिया गया।
राम मंदिर अयोध्या बजट 2024 18,000 करोड़ रुपये है और एलएंडटी निर्माण कंपनी है जो बिना किसी लागत के परियोजना कर रही है।
एक बार पूरा होने पर, यह वास्तुकला के चमत्कारों में से एक होगा और भारत और दुनिया भर में सबसे बड़ा मंदिर होगा।
चंपत राय के मुताबिक मंदिर के 70 एकड़ परिसर में सात और मंदिर भी बनाए जाएंगे। ये मंदिर महर्षि वाल्मीकि, महर्षि वशिष्ठ, महर्षि विश्वामित्र, महर्षि अगस्त, माता शबरी, निषाद राज और जटायु के होंगे
राम मंदिर निर्माण में लगेगा राजस्थान के मरुधरा का यह नामी पत्थर :
राम मंदिर (Ram Temple) निर्माण में राजस्थान (Rajasthan) के बंसी पहाड़पुर (Bansi Paharpur) का पत्थर (Stones) अपना विशेष योगदान देने जा रहा है. बंशी पहाड़पुर इलाके का पत्थर अपनी मजबूती और सुंदरता के लिए विश्व प्रसिद्ध है. इसकी खासियत को देखते हुए ही देश के बड़े-बड़े मंदिरों और भवनों में इन पत्थरों को लगया गया है. अयोध्या (Ayodhya) में भगवान राम (God Rama) का भव्य मंदिर बनाने के लिए इन पत्थरों को खासतौर पर मंगाया गया है.
श्री राम मंदिर भूमिपूजन में कहां-कहां से लाई गई मिट्टी :
अयोध्या में बनने वाले भगवान राम के मंदिर की नींव में देश के सभी पवित्र स्थलों से लाई गई मिट्टी डाली जाएगी। इस तरह मंदिर निर्माण में देश के सभी पवित्र स्थानों की भूमिका सुनिश्चित की जा रही है। भूमि पूजन के लिए देश के सभी प्रमुख तीर्थस्थलों, राष्ट्रीय महत्व के स्थानों और पवित्र नदियों से पावन मिट्टी और जल भव्य मंदिर के निर्माण हेतु अयोध्या में पहुंच रहा है। श्री बद्रीनाथ धाम, छत्रपति शिवाजी महाराज के किला रायगढ़, श्री रंगनाथस्वामी मन्दिर, तमिलनाडु, श्री महाकालेश्वर मंदिर, हुतात्मा चन्द्रशेखर आज़ाद व बलिदानी बिरसा मुंडा की जन्मभूमि सहित सभी तीर्थों और बलिदानी वीरों के प्रेरणा स्थलों से मिट्टी, जल और अन्य वस्तुएं अयोध्या पहुंची चुकी है। देश के सभी प्रमुख तीर्थस्थलों, राष्ट्रीय महत्व के स्थानों और पवित्र नदियों से पावन मिट्टी और जल, श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर के निर्माण हेतु अयोध्या में पहुंच रहा है।
पवित्र जलस्रोतों के जल से होगा अयोध्या में रामलला का जलाभिषेक :
रामनगरी अयोध्या में राममंदिर का निर्माण काफी तेज गति से चल रहा है. मंदिर में-प्राण प्रतिष्ठा को भव्य बनाने की तैयारी भी जोरशोर से हो रही है. प्राण-प्रतिष्ठा के अवसर को इतिहास के पन्ने में दर्ज कराने के लिए प्रभु राम की मूर्ति का जलाभिषेक देश के प्रमुख व पवित्र जलस्रोतों से एकत्र जल से किया जाएगा.
जलाभिषेक करवाने की पूरी तैयारी है. विश्व हिंदू परिषद के अंतर राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष ने बताया कि कुएं, तलाब, झील, नदी और जितने भी पुण्य स्थल हैं, वहां का जल एकत्रित किया जाएगा और उससे जलाभिषेक किया जाएगा. गंगा, यमुना, गोदावरी, सतलुज, राप्ती, नर्मदा, सोन समेत प्रमुख सभी नदियों का पवित्र जल होगा.
दुनिया भर के सात महाद्वीपों की 155 नदियों से लाया गया जल अयोध्या के राम मंदिर में जलाभिषेक के जरिए अर्पित किया गया. जिन देशों से जल लाया गया उनमें पाकिस्तान भी शामिल है
मंदिर की घंटी :
राम मंदिर के भीतर लगने वाली घंटा विशाल है। इसकी बाहर से 15 फीट और अंदर से 5 फीट है।। इस ऊंचाई 8 फीट है। इस घंटी का निर्माण कराने में करीब 25 लाख रुपए लगे हैं राम मंदिर में लगाई जाने वाली इस घंटी का वजन 600 किलो बताया जा रहा है। इसके ऊपर 'जय श्री राम' लिखा हुआ है। इस घंटी की विशिष्टताएं सामने आई हैं। अयोध्या में राम मंदिर में लगाने के लिए बना यह सबसे बड़ा घंटा अस्टधातु से निर्मित है। बताया जा रहा है कि एक फैक्ट्री में 400 कर्मचारियों ने दिन- रात मेहनत करके इस विशाल घंटे को बनाया है। उत्तर प्रदेश का जलेस घाटियों और घंटों के निर्माण के लिए देशभर में मशहूर है। यहां बने घंटों को देश के कोने-कोने में स्थि मंदिरों में लगाया जाता है। अब राम मंदिर में भी जलेसर की घंटी को प्रभु रामलला के भक्त बजाएंगे।
अयोध्या राम मंदिर विशेषताएं 2024
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को आवंटित कुल भूमि 70 एकड़ है जिसमें विभिन्न मंदिर बनाए जाएंगे।
इसमें 2.7 एकड़ का मुख्य मंदिर परिसर है जिसमें श्री राम की मूर्ति रखी जाएगी और भक्तों द्वारा पूजा की जाएगी।
इसके अलावा, अन्य देवताओं जैसे भगवान गणेश, शिव और अन्य के मंदिर भी हैं, जहां भक्त जा सकते हैं।
इसमें 5 मंडप होंगे जिन्हें कुडु, नृत्य, रंग, कीर्तन और प्रार्थना के नाम से जाना जाएगा।
FAQs:
Q.1: क्या है अयोध्या राम मंदिर?
Ans:अयोध्या राम मंदिर भगवान राम को समर्पित है और यह अयोध्या, उत्तर प्रदेश, भारत में स्थित है।
Q.2:. राम मंदिर निर्माण के लिए कैसे धन जुटाया गया?
Ans:अयोध्या राम मंदिर भगवान राम को समर्पित है और यह अयोध्या, उत्तर प्रदेश, भारत में स्थित है।
Q.3: राम मंदिर निर्माण के लिए कैसे धन जुटाया गया?
Ans:राम मंदिर निर्माण के लिए धन जुटाने के लिए 'राम मंदिर निधि समिति' ने योजना बनाई और लोगों से योगदान मांगा।
Q.4 :क्या मंदिर एक ऐतिहासिक स्थल है?
Ans:हाँ, राम मंदिर को एक ऐतिहासिक स्थल माना जाता है और इसे हिन्दू धर्म के लिए महत्वपूर्ण स्थल माना जाता है
Q.5:वर्तमान में राम मंदिर की जमीन का मालिक कौन है?
Ans:वर्तमान में श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट राम मंदिर की जमीन का स्वामित्व रखता है। इस जमीन में किसी भी प्रकार के निर्माण के लिए ट्रस्ट जिम्मेदार है।
Q.6:राम मंदिर का निर्माण कौन सी कंपनी कर रही है।
Ans:इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण के लिए जानी जाने वाली दिग्गज कंपनी लार्सन एण्ड ट्रूबो लिमिटेड राम मंदिर का निर्माण कर रही है।
Q.7:राम मंदिर बनाने में कितना खर्च आएगा?
Ans:1800 करोड़ रुपये का बजट मंदिर निर्माण में लगने वाला है।
Q.8:क्या है राम मंदिर के आस-पास के पर्यटन स्थल?
Ans: अयोध्या में राम मंदिर के आस-पास कई पर्यटन स्थल हैं, जैसे कि सीता रास्त्रीय उद्यान, हनुमान गढ़ी, और कई अन्य मंदिर।
Q.9:राम जन्म भूमि की कितनी जमीन है?
Ans:रामजन्मभूमि परिसर 108 एकड़ का होगा।
Q.10:मंदिर कितना बड़ा होगा?
Ans:यह पवित्र परिसर 178 फीट लंबा, 134 फीट चौड़ा और 161 फीट ऊंचा होगा। इसमें तीन गर्भगृह होंगे, जहाँ क्रमशः भगवान राम, सीता और लक्ष्मण की मूर्तियां स्थापित होंगी।
Q.11:मंदिर का निर्माण कब से शुरू हुआ?
Ans:राम मंदिर का शिलान्यास 5 अगस्त, 2020 को हुआ था। इसके निर्माण के लिए सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद रास्ता साफ हुआ था।