उच्च शिक्षा निदेशालय ने लिया कड़ा संज्ञान, साइबर कैफे में दाखिला फार्म भरने के तय होंगे दाम,
हिमाचल प्रदेश के डिग्री कॉलेजों में ऑनलाइन दाखिले करने के लिए साइबर कैफे में रेट तय होंगे। विद्यार्थियों से वसूले जा रहे मनमाने रेट पर उच्च शिक्षा निदेशालय ने कड़ा संज्ञान लिया है। वीरवार को सभी कॉलेज प्रिंसिपलों को पत्र लिखकर जिला प्रशासन से मिलकर रेट तय करने के निर्देश दिए गए हैं। सभी कॉलेजों को डिजिटल या हार्ड कॉपी के तौर पर प्रोस्पेक्टस देने के लिए भी कहा है।
उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. अमरजीत कुमार शर्मा ने कहा कि कई जिलों से साइबर कैफे वालों की ओर से ऑनलाइन दाखिलों के लिए विद्यार्थियों से मनमाने रेट लेने की शिकायतें आई हैं। सभी प्रिंसिपल सुनिश्चित करेंगे कि विद्यार्थियों को बाजार में ऑनलाइन दाखिलों के लिए न जाना पड़े। शिमला सहित प्रदेश के कई जिलों में ऑनलाइन दाखिला प्रक्रिया का कुछ साइबर कैफे मालिक जमकर फायदा उठा रहे हैं।
प्रदेश के कॉलेजों में 26 जुलाई से प्रथम, द्वितीय और तृतीय वर्ष की दाखिला प्रक्रिया शुरू हुई है। इसके लिए कॉलेजों में प्रवेश लेने वाले छात्रों को साइबर कैफे में जाकर प्रवेश फार्म भरने पड़ रहे हैं। साइबर कैफे में एक फार्म भरने के 200 से 250 रुपये तक वसूले जा रहे हैं। कॉलेजों में प्रथम वर्ष में प्रवेश के लिए ऑनलाइन आवेदन करने में अधिकतम 150 रुपये खर्च आता है।
इसमें दसवीं, बारहवीं की अंक तालिका, माइग्रेशन सर्टिफिकेट, चरित्र प्रमाणपत्र, मूल हिमाचली प्रमाण पत्र को स्कैन करने का खर्च प्रति कॉपी दस रुपये, कॉलेजों के प्रोस्पेक्टस की अधिकतम 50 रुपये फीस, साइबर संचालक के इंटरनेट और अपने सेवा का अधिकतम 50 रुपये खर्च आता है। यह कुल मिलाकर 150 रुपये से कम ही रहता है। निदेशालय के पास इस तरह की शिकायतें पहुंचने के बाद शिक्षा निदेशक ने कॉलेज प्रिंसिपलों को जिला प्रशासन से बैठक करने के बाद साइबर कैफे के रेट तय करने के निर्देश दिए हैं। निदेशक ने बताया कि ऑफलाइन भी कॉलेजों में दाखिले विद्यार्थी ले सकते हैं।